NIT kya hai: हर स्टूडेंट की ख्वाइश होती है कि वह अपने पसंद की यूनिवर्सिटी में से अपने ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई करें क्योंकि हर स्टूडेंट का अपने कैरियर के प्रति aim अलग अलग होता है|
कोई डॉक्टर बनना चाहता है तो कोई इंजीनियर तो वही ज्यादातर स्टूडेंट गवर्नमेंट जॉब करना चाहते हैं| इंजीनियर में कैरियर बनाने वाले सभी स्टूडेंट चाहते हैं कि वह एक बेहतर और Success इंजीनियर बने जो अपने देश के लिए कुछ नया और बेहतर प्रदान कर सकें|
अगर आप भी अपना कैरियर इंजीनियरिंग में बनाना चाहते हैं तो एनआईटी (NIT) आप जैसे स्टूडेंट के लिए आईआईटी (IIT) के बाद एक बेहतर और सर्वश्रेष्ठ विकल्प है क्योंकि NIT अपने प्रारंभिक काल से ही देश को सफल और बेहतर इंजीनियर देता आ रहा है|
एनआईटी (NIT) भारत की सर्वश्रेष्ठ Engineering Institute मे से एक है| अगर आप भी इंजीनियरिंग में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं और आप नहीं जानते हैं कि एनआईटी (NIT) क्या है? और इस का फुल फॉर्म क्या होता है?
तो आपके कुछ इन्हीं सवालों का जवाब आज हम लेकर आए हैं| तो चलिए जानते हैं एनआईटी (NIT) के बारे में पूरी जानकारी….
Let's find it...
एनआईटी क्या है? NIT kya hai?
NIT ; Educational Engineering Institute का एक ग्रुप है| जो उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए सर्वश्रेष्ठ व सार्वजनिक संस्थान है|
NIT के Collages लगभग सभी states में स्थित है| इसकी शुरुआत 2001 ईस्वी में हुई थी| इसका मुख्य उद्देश्य देश को अच्छे और योग्य इंजीनियर , वैज्ञानिक और टेक्नोलॉजिस्ट उपलब्ध कराना था| और यह तब से अपने इस मकसद को पूरा करता हुआ आया है|
भारतमें में पहली NIT संस्थान की शुरुआत 2001 ईसवी में allahabad से हुई थी और दूसरी NIT संस्थान की शुरुआत 2002 ईस्वी में bhopal से हुई थी| अब तक पूरे भारत में NIT के कुल 31 संस्थान अलग-अलग शायरों और प्रदेशों में खुले हैं|
Full-Form of NIT
IIT full form in English- National Institute of Technology
IIT full form in Hindi- राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान
Qualifications for admission at NITs?
अगर आप भी एनआईटी में पढ़ना चाहते हैं तो JEE(Main) एग्जाम पास करना होगा|
जिसके लिए आपका राज्य बोर्ड या केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित की गई 10वीं व 12वीं के परीक्षा अच्छे अंको (60-80%) से पास होना आवश्यक है|
यदि आप 10वीं और 12वीं की परीक्षा अच्छे अंको से पास कर चुके हैं तो आप JEE एग्जाम के लिए आवेदन कर सकते हैं|
JEE Exam
इंजीनियरिंग में एडमिशन लेने के लिए वैसे तो स्टेट लेवल में कई परीक्षाएं होते हैं लेकिन national level इंजीनियरिंग के लिए जेईई की परीक्षा ही एक है|
जिसका फुल फॉर्म संयुक्त प्रवेश परीक्षा जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम होता है| जो CBSE द्वारा साल में दो बार कंडक्ट कराई जाती है| हालांकि 2013 से JEE की परीक्षा दो लेवल में होने लगी है| जिसमें पहला जेईई मेन और दूसरी जेईई एडवांस है|
लेकिन NIT में प्रवेश के लिए आपको केवल JEE(Main) Exam पास करना होगा|
JEE Main
जेईई मेन एनआईटी (NIT), आईआईआईटी (IIIT) और आईआईटी (IIT) जैसे प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी में प्रवेश लेने के लिए एक परीक्षा है। जिनका नाम देश की कुछ कठिन परीक्षाओं में शामिल है।
JEE Main देने के लिए क्या क्या योग्यताएं होनी चाहिए?
- उम्मीदवार का 10 + 2 होना आवश्यक है|
- 11वीं और 12वीं PCM (फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ) विषयों के साथ पास होना चाहिए या 12वीं में अध्ययनरत होना चाहिए|
- 12वीं में न्यूनतम 60% नंबर होने अनिवार्य हैं|
Note- जो छात्र 12वीं में अध्ययनरत है| वह भी इस परीक्षा में शामिल हो सकते हैं लेकिन यदि छात्र 12वीं की बोर्ड परीक्षा में फेल हो जाता है या न्यूनतम 60% अंक नहीं अर्चित कर पाता है तो जेईई मेन (JEE Main) मैं पास होने पर भी उससे प्रवेश नहीं दिया जाएगा|
Paper Pattern
JEE Exam पूरे 3 घंटे का होता है जिसमें निम्नलिखित विषयों के प्रश्न पूछे जाते हैं|
Subject | Question | Marks | Negative Marking |
---|---|---|---|
Physics | 25 (20 MCQs+ 5 Numerical Value) | 25*4= 100 | -1 (for MCQs) |
Chemistry | 25 (20 MCQs+ 5 Numerical Value) | 25*4= 100 | -1 (for MCQs) |
Math | 25 (20 MCQs+ 5 Numerical Value) | 25*4= 100 | -1 (for MCQs) |
- 2
- प्रत्येक सब्जेक्ट से 25 क्वेश्चन पूछे जाते हैं| जिनमें से 20 ऑब्जेक्टिव तो वहीं 5 क्वेश्चन सब्जेक्टिव होते हैं|
- हर सही जवाब देने पर चार नंबर (4 Marks) दिए जाते हैं|
- प्रत्येक गलत जवाब पर कोई नंबर नहीं दिए जाते बल्कि एक नंबर (1 Marks) काट लिया जाता है| जिसे हम नेगेटिव मार्किंग (Nigative Marking) के नाम से जानते हैं|
- किसी सवाल को छोड़ देने पर ना तो कोई नंबर जुड़ता है और ना ही कटता है|
NITs ke Collages aur Seats ki List
No. | Name | State/UT | No. of seats |
---|---|---|---|
1. | NIT Allahabad | Uttar Pradesh | 878 |
2. | NIT Bhopal | Madhya Pradesh | 948 |
3. | NIT Calicut | Kerala | 956 |
4 | NIT Hamirpur | Himachal Pradesh | 745 |
5. | NIT Jaipur | Rajasthan | 739 |
6. | NIT Jalandhar | Punjab | 807 |
7. | NIT Jamshedpur | Jharkhand | 657 |
8. | NIT Kurukshetra | Haryana | 862 |
9. | NIT Nagpur | Maharashtra | 930 |
10. | NIT Rourkela | Odisha | 887 |
11. | NIT Silchar | Assam | 688 |
12. | NIT Mangalore | Karnataka | 782 |
13. | NIT Warangal | Telangana | 817 |
14. | NIT Durgapur | West Bengal | 725 |
15. | NIT Srinagar | Jammu and Kashmir | 672 |
16. | NIT Surat | Gujarat | 899 |
17. | NIT Trichy | Tamil Nadu | 831 |
18. | NIT Patna | Bihar | 680 |
19. | NIT Raipur | Chhattisgarh | 975 |
20. | NIT Agartala | Tripura | 877 |
21. | NIT Arunachal Pradesh | Arunachal Pradesh | 190 |
22. | NIT Delhi | Delhi | 182 |
23. | NIT Goa | Goa | 150 |
24. | NIT Manipur | Manipur | 180 |
25. | NIT Meghalaya | Meghalaya | 152 |
26. | NIT Mizoram | Mizoram | 150 |
27. | NIT Nagaland | Nagaland | 180 |
28. | NIT Puducherry | Puducherry | 240 |
29. | NIT Sikkim | Sikkim | 204 |
30. | NIT Uttarakhand | Uttarakhand | 150 |
31. | NIT Andhra Pradesh | Andhra Pradesh | 487 |
एनआईटी (NIT) में फीस कितनी होती है?
भारत की किसी भी NIT में पढ़ने के लिए स्टूडेंट को प्रतिवर्ष ₹70,000-1,20,000 ट्यूशन फीस के रूप में देना पड़ता था|
NIT के कॉलेजों में पहले सेमेस्टर की फीस अन्य सेमेस्टर की तुलना में अधिक होती है क्योंकि इसमें अन्य फीस भी जुड़ी होती हैं|
एनआईटी के कॉलेजों की फीस के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप कॉलेज की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर चेक कर सकते हैं|
Fee Waivers
- SC/ST और PWD यानी दिव्यांगों को ट्यूशन फीस पर छूट दी जाती है लेकिन होटल और पुस्तकालय जैसी अतिरिक्त फीस मैं कोई छूट नहीं दी जाती है|
- जिन छात्र-छात्राओं के परिवार की वार्षिक आय ₹1,00,000 से कम है| उनके लिए (100%) फीस माफी की सुविधा है|
- वही जिन छात्र-छात्राओं के परिवार की वार्षिक आय ₹1,00,000 से ₹5,00,000 के बीच है| उनके लिए ट्यूशन फीस में एक तिहाई फीस (⅓) देने की सुविधा है|
- इस स्कीम का लाभ सभी योग्य स्टूडेंट ले सकते हैं|
How long does it take to do NITs?
NIT में समय की बात की जाए तो यह आपके कोर्स पर निर्भर करती है| जो निम्न प्रकार है|
Course | Duration |
B.Tech./BE | 4 years |
B.Tech. + M.Tech. | 5 years |
M.Tech. | 2 years |
Benefits of studying from NIT
आखिरकार स्टूडेंट की ख्वाहिश NIT में पढ़ने की क्यों होती है? क्यों हार अभिभावक अपने बच्चे को इस इंस्टीट्यूट में पढ़ाना चाहता है? तो चलिए जानते हैं इस इंस्टीट्यूट के फायदों के बारे में……
1. एक विशेष नाम
इस यूनिवर्सिटी में पड़ा हुआ स्टूडेंट एक NITian के नाम से जाना जाता है| जो यह प्रदर्शित करता है| कि वह देश की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी से पड़ा हुआ है और एक समझदार और जीनियस है|
2. सम्मान पाना
अगर आप NIT से अपनी उच्च शिक्षा प्राप्त करते हैं तो आप अपने आसपास वाले लोगों से अधिक सम्मान पा सकते हैं क्योंकि एक NITians अगले टैलेंट से जाना जाता है| जिसका सम्मान सभी करते हैं|
3. अच्छी सुविधाएं
IIT में छात्रों के अध्ययन में सहायक लैब और कंप्यूटर सेंटर की अच्छी सुविधा होती है|
4. कुछ और नया सीखना (learn more things)
NIT के स्टूडेंट केबल इंजीनियरिंग रिसर्च के बारे में ही नहीं पड़ते बल्कि और कई अच्छे चीजों के बारे में जानते हैं| जैसे स्टार्टअप, बिजनेस ,मैनेजमेंट स्किल ,फ्रीलांस , सोशल स्किल ,आदि|
5. Easy Placement
NIT से पढ़ाई करने के बाद स्टूडेंट को आसानी से जॉब मिल जाती है| ज्यादातर छात्रों को कॉलेज के कैंपस से ही जॉब मिल जाती है|
निष्कर्ष
इस गाइड (NIT kya hai? प्रवेश प्रक्रिया के बारे में पूरी जानकारी) का अंतिम विचार यह है कि NIT भारतीय इंजीनियरिंग संस्थानों का एक समूह है जिसका पूर्ण रूप “राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान” है।
इस संस्थान में प्रवेश लेने के लिए, आपको प्रवेश परीक्षा के रूप में जेईई मेन को पास करना होगा।
पूरे भारत में 31 NIT हैं जिनमें से कुल लगभग 23,506 सीटें हैं। हर साल लगभग 10,00,000 छात्र इस संस्थान में प्रवेश लेने के लिए आवेदन करते हैं।
इस पोस्ट को (NIT के बारे में पूरी जानकारी) अपने दोस्तों के साथ साझा करना न भूलें ताकि उन्हें भी आईआईटी में प्रवेश पाने में कुछ मदद मिल सके।